real time facts about Ramayan
श्री राम जी रावण का वध करने के बाद माता सीता को मुक्त करवाते हैं। माता सीता श्री राम से मिलन के लिए आती हैं तो श्री राम लक्ष्मण को माता सीता की अग्नि परीक्षा लेने के लिए लकड़ियाँ एकत्रित करने को कहते है तो लक्ष्मण श्री राम से क्रोधित हो कर माता सीता के अपमान करने का कारण श्री राम से पूछते हैं तो श्री राम उसे बताते हैं कि वनवास मैं आने के बाद जब हम पंचवटी की ओर चले थे तो सीता माता को मैंने अग्नि देव को सौंप दिया था और सीता की छाया को अपने साथ वन में लेकर हम साथ आए थे। इसलिए हमें इस छाया को अग्नि देव को वापस सौंपना होगा और सीता को वापस पाना होगा। यह सुन लक्ष्मण श्री राम की बात माँ लेता है। श्री राम से माता सीता मिलने के लिए जब वहाँ आती हैं तो श्री राम सीता को अग्नि परीक्षा देने के लिये कहते हैं तो सीता माता लक्ष्मण को अग्नि जलाने के लिए कहती हैं और अग्नि में प्रवेश करने के बाद श्री राम के पास जाती हैं। माता सीता श्री राम के चरण छूती हैं और उनसे आशीर्वाद लेती हैं। वानर सेना श्री राम सीता और लक्ष्मण की जय जय करते हैं।
रामायण एक भारतीय टेलीविजन श्रृंखला है जो इसी नाम के प्राचीन भारतीय संस्कृत महाकाव्य पर आधारित है। यह श्रृंखला मूल रूप से 1987 और 1988 के बीच दूरदर्शन पर प्रसारित हुई थी। इस श्रृंखला के निर्माण, लेखन और निर्देशन का श्रेय श्री रामानंद सागर को जाता है। यह श्रृंखला मुख्य रूप से वाल्मीकि रचित ‘रामायण’ और तुलसीदास रचित ‘रामचरितमानस’ पर आधारित है। इस धारावाहिक को रिकॉर्ड 82 प्रतिशत दर्शकों ने देखा था, जो किसी भी भारतीय टेलीविजन श्रृंखला के लिए एक कीर्तिमान है। निर्माता और निर्देशक – रामानंद सागर सहयोगी निर्देशक – आनंद सागर, मोती सागर कार्यकारी निर्माता – सुभाष सागर, प्रेम सागर मुख्य तकनीकी सलाहकार – ज्योति सागर पटकथा और संवाद – रामानंद सागर संगीत – रविंद्र जैन शीर्षक गीत – जयदेव अनुसंधान और अनुकूलन – फनी मजूमदार, विष्णु मेहरोत्रा संपादक – सुभाष सहगल कैमरामैन – अजीत नाइक प्रकाश – राम मडिक्कर साउंड रिकॉर्डिस्ट – श्रीपाद, ई रुद्र वीडियो रिकॉर्डिस्ट – शरद मुक्न्नवार
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